रिपोर्ट के मुताबिक हाल के दिनों की तुलना में वित्तीय वर्ष 2024 में लोगों की दिलचस्पी म्यूचुअल फंड में काफी बढ़ी है
घरेलू बचत में गिरावट की मुख्य वजह देनदारियों में सालाना आधार पर 73 प्रतिशत की वृद्धि रही
लोगों को अपनी बचत में कटौती करनी पड़ रही है. अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें कर्ज लेना पड़ रहा है
Household Savings: RBI के डेटा के मुताबिक, परिवारों के बैंक डिपॉजिट में भी कमी आई है. जहां Q2FY21 में ये GDP की 7.7% थी, वहीं, Q3 में ये घटकर 3% रह गई
RBI और SBI के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 में डिपॉजिट्स बढ़कर 10.6 लाख करोड़ रुपये (प्रोविजनल) पर पहुंच गए हैं.